From: PVCHR MINORITY <minority.pvchr@gmail.com>
Date: 2011/10/16
Subject: रेलवे पुलिस के द्दारा सुरक्षा गार्ड के नाखुन उखाडने,गर्म पानी मे खडा करने,पैरो मे कील ठोकने, पिटाई करने जैसे उत्पीडन करने के सम्बन्ध मे
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com
सेवा मे, 16 अक्तुबर 2011
अध्यक्ष,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
नई दिल्ली,
विषय:- रेलवे पुलिस के द्दारा सुरक्षा गार्ड के नाखुन उखाडने,गर्म पानी मे खडा करने,पैरो मे कील ठोकने, पिटाई करने जैसे उत्पीडन करने के सम्बन्ध मे।
महोदय,
मै, आपका ध्यान 10 अक्टुबर 2011 के दैनिक भास्कर की खबर ' रक्षक बने भक्षक ,कुछ कर दी यु पार कर दी दरिन्दगी की हद ' पर आकृष्ट करना चाहता हुँ।[i] http://www.bhaskar.com/article/JHA-RAN-rpf-harrased-the-man-in-jharkhand-2501258.html?HFS-11=
लेख है कि, झारखंड के रांची मे रेलवे सुरक्षा पुलिस के तीन जवानो ने चोरी के सन्देह मे रेलवे के सुरक्षा गार्ड दिलबोधन को पकड कर उसके साथ अमानवीय कृत्य किया है। दिलबोधन को पुलिस वालो ने चोरी के सन्देह मे पुछताछ के लिये पकडा था ।उसके हाथ-पैर के नाखुनो को उखाडा गया,उसे गर्म पानी मे खडा किया गया,पैरो मे कील ठोकी गयी तथा बेरहमी से पिटाई की गयी ।
महोदय, इस सम्बंध में निवेदन/मांग है कि घटना की स्वतंत्र जांच करायी जाय, दिलबोधन को मुआवजा दिया जाय तथा दोषी पुलिसकर्मीयो के खिलाफ कार्यवाही की जाय। कृपया, अतिशीध्र आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करे ।
भवदीय
डा लेनिन
(महा सचिव)
मानवाधिकार जन निगरानि समिति
एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
मोबा.न0:+91-9935599333
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