Wednesday, September 5, 2012

re: death of prisoner in hospital in Aligarh district of Uttar Pradesh


---------- Forwarded message ----------
From: Shabana - <shabana@pvchr.asia>
Date: 2012/9/5
Subject: re: death of prisoner in hospital in Aligarh district of Uttar Pradesh
To: covdnhrc@nic.in, jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: "Dr. Lenin Raghuvanshi" <lenin@pvchr.asia>

To,
The Chairperson

National Human Rights Commission
New Delhi


Dear Sir,


I want to bring in your kind attention towards news published in e- daily Hindi newspaper Jagan on 5 September, 2012 regarding "अस्पताल में कैदी की मौत" http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttarpradesh/4_1_9635712.html


अस्पताल में कैदी की मौत

 Sep 05, 01:52 am

बताएं



- जिला जेल में बिगड़ी थी हालत
- अपहरण में काट रहा था उम्रकैद
- मूल रूप से हरियाणा निवासी था

वरिष्ठ संवाददाता, अलीगढ़ : जिला जेल में सोमवार रात एक कैदी की हालत बिगड़ गई। उसे मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। कैदी अपहरण के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था और मूल रूप में करनाल (हरियाणा) का रहने वाला था।

करनाल में सदर बाजार गली नंबर-2 के मकान नंबर-596 में रहने वाले सम्राट उर्फ हरी सिंह (58) पुत्र धर्मपाल सिंह को अपहरण के मामले में 1992 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। यह अपहरण यहां क्वार्सी क्षेत्र से हुआ था। उम्रकैद की सजा होने पर सम्राट को आगरा की जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। उसके बाद पिछले साल 25 जुलाई को उसे फिर से अलीगढ़ भेज दिया गया था। कई महीनों से सम्राट को खांसी थी और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। जेल प्रशासन ने एक्सरे कराया तो उसके फेफड़े में इंफेक्शन पाया गया। उसके बाद उसका इलाज मेडिकल कालेज के डाक्टरों से भी कराया गया मगर हालत में सुधार नहीं हुआ। सोमवार रात हालत और बिगड़ी तो उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां रात ढाई बजे सम्राट ने दम तोड़ दिया। मौत की सूचना पर बन्नादेवी पुलिस पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम गृह भेजा। देर शाम पोस्टमार्टम हो गया। सम्राट की बहन आगरा में रहती है। उसे सूचना देने के लिए जेल प्रशासन की ओर एक संदेशवाहक आगरा भेजा गया है।

वर्जन..
कैदी सम्राट टीबी से पीड़ित था। उसका इलाज चल रहा था। रात में हालत और बिगड़ी तो उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौैत हो गई।

- शिव प्रकाश यादव, जेल अधीक्षक
इनसेट..

जेल में फैल रही टीबी

डेढ़ साल में नौ की मौत

अलीगढ़ : जेल में टीबी पिछले डेढ़ साल में नौ लोगों को निगल चुका है। जेल में फिलहाल इसके उपचार की व्यवस्था नहीं है, न ही इसके रोकथाम का उपाय। सोमवार रात उम्रकैद की सजा काट रहे सम्राट की जिला अस्पताल में इसी रोग से मौत हो गई। तबसे कैदियों में इस रोग से खौफ बढ़ गया है क्योंकि यह रोग साथ उठने-बैठने से हो जाता है। जेल की बैरक में रहने वाले एक साथ बैठते और सोते हैं। उनको आशंका होने लगी है कि कहीं वह भी इस रोग की चपेट में न आ जाएं।

जेल प्रशासन सावधानी नहीं बरत रहा है, इस कारण बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। आंकड़े बताते है कि 2012 में अबतक चार कैदियों की टीबी से मौत हो चुकी है, 2011 में पांच की मौत हुई थी। जेल में इसकी रोक के मुकम्मल इंतजाम नहीं है। जेल प्रशासन को बाहर के डाक्टरों का सहारा लेना पड़ता है। जेल अधीक्षक का कहना है कि इस साल टीबी से चार लोग मरे हैं। इस बीमारी से निपटने के लिए जेल में टीबी रोग विशेषज्ञ नहीं है, बाहर से मदद ली जाती है।

इनका कहना है..

बैक्टीरिया फैलने से किसी को भी टीबी हो सकती है। पास में बैठने पर भी यह रोग फैल जाता है। ग्रुप में बैठने वालों को अपनी चपेट में ले सकता है।

- डा. सीएस सबरवाल, जिला क्षय अधिकारी


Therefore it is a kind request please take appropriate action at earliest. I request you to ask the state government for instituting a judicial inquiry under Crpc 176(1A). NHRC should also find out whether the videography of the postmortem and the report has been submitted or not. PVCHR demands that the victims family must be provided with financial compensation immediately.


Thanking You


Sincerely Yours

 
Lenin Raghuvanshi
Secretary General
Peoples' Vigilance Committee on Human Rights
Sa 4/2 A Daulatpur, Varanasi - 221002
Mobile No: +91-9935599333

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