दिनांक :- 07 अप्रैल, 2012.
सेवा मे,
श्रीमान अध्यक्षा महोदया,
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,
नई दिल्ली - भारत !
विषय :- उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जनपद स्थित बाल गृह में मासूम बच्चियों से बलात्कार के सन्दर्भ मे !
महोदय,
हम आपका ध्यान उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जनपद स्थित बाल गृह में मासूम बच्चियों से बलात्कार के सन्दर्भ की आकृष्ट कराना चन्हुंगा, जहा लगातार वहा के पहरूओ द्वारा हैवानित का खेल मासूम बच्चियो पर खेला जा रहा था. मामला प्रकाश मे आ जाने के कारण कार्यवाही की पहल हुई है, नही तो यह समझा जा सकता है की उन बच्चियो की रहन - सहन और बालपन पर क्या असर पड रहा था, और पडेगा !
महोदय इस मालले की स्थिति के देखते हुए कह सकते है की अन्य स्थानो की बाल गृह की स्थिति भी एसी हो सकती है, अगर चार दिवारी से बाहर बाते निकल कर आये, अधिकारो का हनन के लिए और सामंती प्रवृति के लोंगो के लिए इस तरह की गृह अनुकूल होती जा रही है ! जैसा की पढने और सुनने को भी मिलती है !
इस घटना से जुडी तथ्य निम्न और संलगन लिंक है :-
बाल गृह में मासूम बच्चियों से बलात्कार
इलाहाबाद: अनाथ बच्चों के बाल शिशु गृह में तीन बच्चियों के साथ बलात्कार की सनसनीखेज घटना सामने आई है. मामला संगम नगरी इलाहाबाद का है.
अनाथ बच्चों को सहारा देने के लिए इलाहाबाद में बनाए गए बाल शिशु गृह में उस वक्त इंसानियत शर्मसार हो गई जब तीन मासूम बच्चियों से बलात्कार के मामले का खुलासा हुआ. वीडियो देखें
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी चपरासी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. खबर है कि आरोपी ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है.
पीड़ित बच्चियां सात से नौ साल की हैं और ये अब भी शिशु गृह में ही रह रही हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी चपरासी अफसरों के जाने के बाद रात को बच्चियों को डरा-धमका कर मनमानी करता था.
शिशु गृह की सुपरीटेंडेंट को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले की खुलासा तब हुआ जब गोद ली गई एक बच्ची ने इसकी शिकायत की.
अनाथ बच्चों को सहारा देने के लिए इलाहाबाद में बनाए गए बाल शिशु गृह में उस वक्त इंसानियत शर्मसार हो गई जब तीन मासूम बच्चियों से बलात्कार के मामले का खुलासा हुआ. वीडियो देखें
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी चपरासी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. खबर है कि आरोपी ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है.
पीड़ित बच्चियां सात से नौ साल की हैं और ये अब भी शिशु गृह में ही रह रही हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी चपरासी अफसरों के जाने के बाद रात को बच्चियों को डरा-धमका कर मनमानी करता था.
शिशु गृह की सुपरीटेंडेंट को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले की खुलासा तब हुआ जब गोद ली गई एक बच्ची ने इसकी शिकायत की.
बच्चो और अन्य इस तरह के रखने और रहने वाले गृहो मे महिलाओ को ही रखना बेहतर है, गृहो की चाभी और देख - रेख मे प्रतिदिन की सलाहकार समितियो और जिम्मेदार व्यक्तियो को सौपा जाय और किसी भी पद या स्थान पर एक ही जैसी लोंगो को लगातार नही रखा जाए !
अत: महोदय से निवेदन है की मामला मे स्वत: संज्ञान लेते हुए निर्णायक आदेश पारित करे और दोषियो पर कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करे !
भवदीय
डा0 लेनिन
मानवाधिकार जन निगरानी समिति, वाराणसी - उत्तर प्रदेश - भारत !
Upendra Kumar
Manager Model Block,
PVCHR/JMN,
Sa 4/2A, Daulatpur, Varanasi,
U.P.-India-221002.
Mob:- +91-9935599338
Manager Model Block,
PVCHR/JMN,
Sa 4/2A, Daulatpur, Varanasi,
U.P.-India-221002.
Mob:- +91-9935599338
No comments:
Post a Comment